चुनावी रंग में आई बीजेपी, रैलियों का तिहरा शतक लगाएंगे मोदी
नई दिल्ली। अध्यक्ष अमित शाह भले ही कुछ समय के लिए अस्वस्थ हों लेकिन उन्होंने मार्च के पहले सप्ताह में चुनाव को घोषणा होने से पहले तक का कार्यक्रम बना दिया है जिसका पालन करने की जिम्मेदारी केंद्र से लेकर बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं पर है। जाहिर है इसमें सबसे बड़ी भूमिका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रहने वाली है।
हर दिन उनका प्रयास दो परियोजनाओं के उद्घाटन या शिलान्यास करने का है। यानी अगले डेढ महीने में वे 90 रैलियाँ संबोधित कर लेंगे। पार्टी की कोशिश है कि चुनाव खत्म होने तक प्रधानमंत्री 275 से 300 रैलियों को संबोधित कर लें।
सबसे पहले 14 से 20 जनवरी तक दलित मोर्चे की बैठकों का कार्यक्रम है। साथ ही 3 मार्च तक लगातार सैनिक सम्मान अभियान चलाया जाएगा जिसमें एक सप्ताह तक देश के हर शहर में शहीदों का सम्मान किया जाएगा। फरवरी में अल्पसंख्यक मोर्चे, अनुसूचित जनजाति मोर्चे, पिछड़ा वर्ग मोर्चे और किसान मोर्चे के कार्यक्रम तय कर दिए गए हैं।
इसके साथ ही 11 फ़रवरी से 26 मार्च तक हर शहर और गांव में कमल क्रांति संकल्प दिवस मनाया जाएगा जिसमें शाम के समय कमल के आकार का दिया हर घर में जलाया जाएगा। दो मार्च को बूथ स्तर पर मोटर साइकिल रैली निकाली जाएगी जिसमें भाग लेने वाले कम से कम पांच सवार बीजेपी की टी-शर्ट, हेल्मेट, पार्टी का झंडा और स्टीकर लगाकर जिला मुख्यालय तक जाएंगे। हर रैली को पार्टी का कोई महत्वपूर्ण नेता संबोधित करेगा।