पटौदी विधानसभा सीट पर भाजपा की परेशानी क्या ?

चुनावी डेस्क। हरियाणा चुनाव में मतदान की तारीख नजदीक आ रही हैं।ऐसे में तमाम राजनीतिक दल अपने जीत के समीकरण बनाने में लगातार लगे हुए हैं।
चुनाव के दौरान चुनाव जीतने के लिए नेता वादे पर वादे करते हैं। क्योंकि वह आखिरकार किसी न किसी तरीके चुनाव जीत लेना चाहते हैं। लेकिन पटौदी सीट पर सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात तो यह है कि भाजपा ने अपनी मौजूदा विधायक विमला चौधरी का टिकट काट दिया है।
जो इन दिनों सियासी हलकों में सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है।बीजेपी का अपने मौजूदा विधायक का टिकट काटना इस बात की और इशारा है। बीते 5 साल में विधायक ने ठीक कामकाज नहीं किया है। सूत्रों की मानें तो यहां तक खबर है। 5 साल के कार्यकाल में विधायक ज्यादातर वक्त क्षेत्र से नदारद रही है।
वही धरातल पर कोई ठोस काम नहीं किया गया है। 5 साल में जिसके आश्रय वोट मांगा जा सके साथ ही विधायक पर आरोप लगते रहे कि वह अपने करीबियों लाभ पहुंचाने में पूरे 5 साल में मशगूल रही है। आम जनता का कोई भला नहीं हो पाया पूरे साल में पटौदी विधानसभा क्षेत्र में विधायक को लेकर लोगों में खासी नाराजगी थी।
यही वजह है कि पार्टी आलाकमान को भी ऐन वक्त पर उनका टिकट काटकर प्रकाश जरावता को मैदान पर उतारना पड़ा है।विमला चौधरी के परफॉर्मेंस का असर इस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी पर भी पड़ेगा। उनकी कमियां और उनकी गलतियों का नुकसान प्रकाश जरा वता को उठाना पड़ सकता है। ऐसे में अगर 2019 के विधानसभा चुनाव में पटौदी सीट पर भाजपा हार जाए तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।