पिता ने गोली मारकर बेटे को उतारा मौत के घाट

नई दिल्ली। राज थाना के शाहपुर गांव में शनिवार की रात मंतोष यादव ने सुप्तावस्था में अपने पुत्र दिलखुश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना का कारण भूमि विवाद बताया जाता है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सहरसा भेज दिया है । पुलिस व पारिवारिक लोगों के अनुसार मृतक के दादा फुलो यादव ने गांव के ही नीलम सिंह से एक साल पूर्व बारह कट्ठा जमीन खरीदी थी।
जमीन बंटवारा को लेकर पिता – पुत्र में कई महीने से हमेशा झगड़ा होता रहता था। इसी कड़ी में चार माह पूर्व भी मृतक ने अपने पिता की जमकर पिटाई कर दी थी। उसी दिन से पिता ने अपने पुत्र दिलखुश कुमार को इस दुनिया से विदा करने की ठान ली थी। ज्ञात हो कि आरोपी पिता मंतोष यादव की दो पत्नियां हैं।
पहली शादी बिहरा थाना क्षेत्र के बलुवाहा गांव में ललिता देवी से की थी जिससे एक पुत्र दिलखुश कुमार व एक पुत्री खुशबू कुमारी है। मंतोष ने दूसरी शादी बरघूरा गांव निवासी योगेन्द्र यादव की पुत्री रानू देवी से भी बारह वर्ष पूर्व की और उसी के साथ रहने लगा। इधर दिलखुश भी अपने दादा व चाचा संतोष यादव के साथ गांव में ही रह रहा था।
अन्य दिनों की भांति दिलखुश शनिवार की रात भी अपने चाचा संतोष के साथ दरवाजे पर सोया हुआ था। अचानक मंतोष यादव ने दिलखुश के समीप पहुंच उसकी कनपट्टी में गोली मार दी और फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी पिता के ससुर व नामजद एक अभियुक्त योगेन्द्र यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।