बंगाल टाइगर सौरव गांगुली की जीवनी और उनका क्रिकेट का इतिहास
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली एक अच्छे क्रिकेटर और महान क्रिकेटर के रूप में जाने जाते हैं उनका जन्म 8 जुलाई 1972 को पश्चिम बंगाल में हुआ था।
गांगुली ने अंतरराष्ट्रीय मैच की शुरुआत 1992 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी उसके बाद उन्होंने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ वापसी की बाद में उन्होंने 2002 से 2005 तक भारतीय टीम की कप्तानी की सौरव गांगुली जब इंग्लैंड दौरे पर गए और इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों में शतक लगाए उसके बाद सौरव की एक अच्छे क्रिकेटर के रूप में पहचान हुई।
सौरव गांगुली ने अपनी कप्तानी में भारतीय टीम के प्रदर्शन को अच्छा मजबूत बनाया लेकिन बीच में इंडिया टीम के कमजोर प्रदर्शन के कारण सौरव गांगुली को टीम से हटाया गया उसके बाद गांगुली ने वापसी की और 2007 में टीम का हिस्सा बने।
2003 में विश्व कप में इंडिया टीम का नेतृत्व सौरव गांगुली ने किया और टीम फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया से मैच हार गयी जिससे इंडिया टीम का वर्ल्ड कप का सपना चूर-चूर हो गया था। सौरव गांगुली को और भी कई नामो से जाना जाता है उन्हें लोग दादा, प्रिंस ऑफ कोलकाता, बंगाल टाइगर, महाराजा के नामो से भी पुकारते है।
गांगुली सचिन की जोड़ी एक आधुनिक क्रिकेट की सफल जोड़ी मानी जाती है और आज भी मानते हैं गांगुली भारतीय क्रिकेट टीम के सफल कप्तान के रूप में जाने जाते हैं उनकी कप्तानी में इंडिया ने कई टेस्ट मैच और कई अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय अपने नाम किये है।
कई बड़े रिकॉर्ड भी सौरव गांगुली के नाम है क्रिकेट के मैदान में छक्के लगाने में भी जाने जाते हैं इन्होंने पेवेलियन से बाहर गेंदे की है सौरव गांगुली स्पिन गेंदों को बड़े ताबड़तोड़ के साथ खेलते हैं। आईपीएल में भी उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से कप्तानी की उसके बाद उन्होंने पुणे वॉरियर्स टीम से भी जुड़े और सौरव गांगुली ने फिर आईपीएल मैच भी छोड़ दिए और सौरव गांगुली ने बंगाल क्रिकेट संघ अध्यक्ष वर्तमान में अध्यक्ष है।