राज्यपाल के समक्ष कमलनाथ और सिंधिया ने सरकार बनाने का किया दावा

नई दिल्ली। कांग्रेस ने तीन राज्यों से भाजपा को साफ कर दिया है और अपनी सरकार बनाने जा रही है। इसके साथ ही तीनों राज्यों में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने की रेस शुरू हो चुकी है।
चुनाव रुझान कांग्रेस के पक्ष में आने के बाद से ही पार्टी के दिग्गज नेताओं में मुख्यमंत्री बनने के लिए खींचतान शुरू हो गयी थी। समर्थकों ने अपने नेताओं के पक्ष में नारेबाजी शुरू कर दी है। कुछ देर पहले ही राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के दावेदार अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थक आपस में भिड़ गए हैं।
सिंधिया ने कहा कि हमारे पास स्पष्ट बहुमत है और मैं अखिलेश यादव और मायावती को नतमस्तक होकर नमस्कार करता हूं। सिंधिया ने कहा कि ये एक नया सवेरा लाने वाला दिन है। शिवराज पर वार करते हुए सिंधिया ने कहा कि जनता इनके जुमलों और झूठे वादों से पक गई थी प्रदेश की जनता बदलाव चाहती थी।
भाजपा का नारा था कि अबकी बार 200 पार, पर पांचों राज्यों को मिला दें तो भाजपा 200 सीट नहीं ला पाई। मैं प्रदेश की जनता का धन्यवाद अदा करता हूं।
कांग्रेस ने बसपा और सपा का समर्थन मिलने के बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष कमलनाथ, पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और अन्य के साथ सुबह राजभवन पहुंचे। हालांकि अभी तक राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता नहीं दिया है। राज्यपाल ने कहा कि पहले नेता चुनें बाद में सरकार बनाने का दावा पेश करें।
शिवराज सिंह ने अपनी हार कबूल करते हुए कहा कि संख्या बल के सामने मैं सर झुकाता हूं। हमारे पास बहमुत नहीं है इसी लिए हम सरकार बनाने का दावा नहीं करेंगे। मैं राज्यपाल को अपना इस्तीफा देने जा रहा हूं।
कांग्रेस के लिए मध्यप्रदेश से बड़ी राहत की खबर आई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जीते हुए चारों निर्दलीय विधायक कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। शाम को पार्टी की विधायक दल की बैठक है जिसमें चारों विधायकों के शामिल होने की खबर है।