अमित शाह की रैली में हमले पर गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
नई दिल्ली। पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांथी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जनसभा के दौरान हमले, गाड़ियों में तोड़फोड़, आगजनी और लोगों को मारने -पीटने की घटना में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है। इधर राज्य ने उस रिपोर्ट के जवाब में स्पष्ट किया है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज देखा जा रहा है। इसमें संभवतः बाहरी लोगों का हाथ है जिनकी शिनाख्त करने की कोशिश की जा रही है। राज्य सचिवालय सूत्रों से गुरुवार को मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव राजीव गौबा में राज्य के गृह मंत्रालय को लिखी चिट्ठी में पूछा था कि अमित शाह की जनसभा पर हमले किसने किए।
उन लोगों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई और राज्य सरकार के पास इससे संबंधित क्या कुछ जानकारी है? इस रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया था कि यह बहुत जरूरी है और राज्य सरकार इस पर जल्द से जल्द जवाब दे। इसके बाद राज्य सरकार की ओर से दिए गए जवाब में कहा गया है कि पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ करनी शुरू कर दी है। वहां का सीसीटीवी फुटेज देखा जा रहा है ताकि यह पता चल सके कि कौन-कौन से बाहरी लोग इसमें शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही रामपुरहाट की जनसभा में ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि अमित शाह की जनसभा में हमले किसी और ने नहीं बल्कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने किए थे। हालांकि भाजपा का आरोप है कि तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने पुलिस के साथ मिलकर पूर्व नियोजित तरीके से हमले किए हैं। सभा में हुए इस हमले की घटना देशभर में सुर्खियां बनी हुई है। लोग कानून व्यवस्था को लेकर लगातार सरकार की निंदा कर रहे हैं।