भगवान शनि देव की पूजा में करें इस पौधे का प्रयोग, होंगे कई लाभ
डेस्क। आपको पता ही होगा शनिवार के दिन भगवान शनि देव कि पूजा अर्चना की जाती हैं। सबसे पहले आप यह तो जान लें कि शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए व्रत ही किया जाए ये जरुरी नहीं है, यदि आप व्रत नहीं कर सकते हो तो केवल पूजन से भी उन्हें प्रसन्न कर सकते है।
साल के किसी भी शनिवार से आप उनके व्रत पूजन की शुरुआत कर सकते हैं। हां ये जरूरी है कि उनकी पूजा में कुछ खास बातों का ख्याल करना जरूरी है। ऐसा करने पर शनि की दशा और उनका प्रकोप का प्रभाव कम हो जाता है।
शुद्घि का प्रतीक है तुलसी, शास्त्रों के अनुसार तुलसी को विष्णु प्रिया और मन, मस्तिष्क के साथ वातावरण को शुद्घ करने वाली वस्तु माना जाता है। ऐसा भी माना जाता है कि यदि आपको पैसों का संकट है तो शनिवार के दिन तुलसी के पत्तों का प्रयोग आपके कष्ट को दूर कर सकता है।
पंडित दीपक पांडे का कहना है कि जब तुलसी के पत्ते का भाेग प्राप्त करके हनुमान जी की क्षुधा शांत हो जाती है, तो सोचिए कि ये पौधा कितना चमत्कारी हो सकता है। शनिवार को शनिदेव की पूजा में उन पर तुलसी का पत्ता अर्पित करने पर शनि की कुदृष्टि से मुक्ति मिल सकती है। यानि तुलसी का पत्ता शनिदेव की दृष्टि को पलटने या उससे रक्षा करने में सहायता करता है।
जिस तरह से शनिवार के दिन मंदिर में जाकर पीपल के पेड़ के निचे दीपक जलाया जाता है और उसमे जल देने के बाद सूत्र बांधकर सात बार उसकी परिक्रमा भी की जाती। जिससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं उसी तरह तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाने से भी वे खुश होते हैं।