PM मोदी ने 52वीं बार देशवासियों से की ‘मन की बात’, कहा- मतदान करना हमारा कर्तव्य होता है और वोट…

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री आज आकाशवाणी से 52वीं बार मन की बात की । माना जा रहा है कि अपने इस एपिसोड में वह बोर्ड परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों से परीक्षा संबंधी चीजों पर बात करेंगे।
कुंभ के शुरू होने के बाद अपने इस पहले संबोधन में वह प्रयागराज में उमड़े जनसैलाब और उसके महत्व पर बात कर सकते हैं। इसके अलावा पीएम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर भी बात कर सकते हैं। इस साल पूरा देश बापू की 150वीं जयंती मना रहा है और इसकी एक झलक कल राजपथ पर भी देखने को मिली थी।
पीएम मोदी ने अपनी मन की बात की शुरुआत कर्नाटक में तुमकुर जिले के श्री सिद्धगंगा मठ के डॉक्टर श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी जी के देहावसान पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए किया। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज-सेवा में समर्पित कर दिया था और अपने 111 वर्षों के जीवन काल में उन्होंने हज़ारों लोगों के सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक उत्थान के लिए कार्य किया।
स्वामी जी के जीवन में यह प्राथमिकता रहती थी कि लोगों को भोजन, आश्रय, शिक्षा और आध्यात्मिक ज्ञान मिले तथा किसानों का हर तरह से कल्याण हो। सिद्धगंगा मठ नियमित रूप से पशु और कृषि मेलों का भी आयोजन करता था। पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर कलाम ने साल 2007 में तुमकुर में श्री श्री श्री शिवकुमार स्वामी जी के शताब्दी वर्ष उत्सव समारोह के अवसर पर पूज्य स्वामी जी के लिए एक कविता सुनाई थी।
मैं, आज भारत के चुनाव आयोग के बारे में बात करना चाहता हूं जो हमारे देश की बहुत ही महत्वपूर्ण संस्था है, जो हमारे गणतंत्र से भी पुरानी है। 25 जनवरी को चुनाव आयोग का स्थापना दिवस था, जिसे ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। आपने गुजरात के विषय में तो जरुर सुना होगा कि गिर के जंगल में, एक सुदूर क्षेत्र में, एक पोलिंग बूथ, जो सिर्फ केवल 1 राहना करता हूं जो स्वतन्त्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करते हैं।
गणतंत्र दिवस को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को हमारे देश में संविधान लागू हुआ और उस दिन हमारा देश गणतंत्र बना और कल ही हमने आन-बान-शान के साथ गणतंत्र दिवस भी मनाया। भारत की इस महान धरती ने कई महापुरुषों को जन्म दिया है ऐसे महापुरुषों में से एक थे- नेताजी सुभाष चंद्र बोस। 23 जनवरी को पूरे देश ने एक अलग अंदाज में उनकी जन्म जयंती मनाई। लाल किले में नेताजी के परिवार के सदस्यों ने एक बहुत ही खास टोपी मुझे भेंट की। कभी नेताजी उसी टोपी को पहना करते थे।
पीएम मोदी ने कहा कि 30 दिसंबर को मैं अंडमान और निकोबार द्वीप गया था। एक कार्यक्रम में ठीक उसी स्थान पर तिरंगा फहराया गया, जहां नेताजी सुभाष बोस ने 75 साल पहले तिरंगा फहराया था। कई वर्षों तक यह मांग रही कि नेता जी से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक किया जाए और मुझे इस बात की खुशी है, यह काम वर्तमान सरकार ही कर पाई है।