उत्तराखंड

आपदा सूची में हुई चूक से फैली अफरा-तफरी, जांच के बाद स्थिति साफ

धराली-हर्षिल में 5 अगस्त को आई आपदा में लापता लोगों की संख्या अब 62 हो गई है। पहले दो शव मिलने के बाद यह संख्या 67 थी लेकिन जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि पांच नेपाली नागरिक जिन्हें धराली आपदा में लापता बताया गया था वो सभी पौड़ी के थलीसैंण में आई आपदा में लापता हुए थे। जांच के बाद इनके नाम धराली आपदा में लापता लोगों की सूची से हटा दिए गए हैं।आपदा के करीब एक हफ्ते बाद सरकार ने लापता लोगों की एक सूची जारी की। इसमें से एक स्थानीय युवक का शव आपदा के तीसरे दिन मिल गया था और एक सेना के जवान का शव लगभग 15 दिन बाद भागीरथी नदी के किनारे मिला था। इसके बाद भी लापता लोगों की सूची में करीब 25 नेपाली नागरिकों के साथ-साथ कई भारतीय और स्थानीय लोग शामिल थे।नियमानुसार पुलिस ने इस सूची की गहनता से जांच शुरू की। हर्षिल थानाध्यक्ष दीपक रावत ने बताया कि जांच सामने आया कि पांच नेपाली मजदूर जो धराली में लापता बताए जा रहे थे वे वास्तव में 9 अगस्त को पौड़ी के थलीसैंण के कबाकुडा गांव में बादल फटने से आई एक अन्य आपदा में लापता हुए थे लेकिन परिजनों और नेपाली दूतावास ने गलती से इनके नाम धराली आपदा में लापता लोगों की सूची में भी भेज दिए थे।रावत ने बताया कि पौड़ी में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक लापता मजदूर का हाथ मिला था जिसके आधार पर उसके परिजन उसके पार्थिव अवशेष को लेकर अपने देश लौट गए थे। इस जानकारी के बाद धराली आपदा में लापता लोगों की कुल संख्या में से इन पांच नामों को हटा दिया गया है जिससे यह संख्या अब 62 हो गई है।

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