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कनाडा वर्क परमिट में बड़ा बदलाव: अब नौकरी बदलने की आज़ादी, पंजाबी युवाओं को मिलेगी सबसे ज़्यादा


कनाडा में वर्क परमिट नियमों में बड़ा बदलाव, भारतीय खासकर पंजाबी युवाओं को मिलेगा लाभ

कनाडा की प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के नेतृत्व वाली सरकार ने अंतरराष्ट्रीय श्रमिकों के लिए वर्क परमिट से जुड़े नियमों में अहम बदलाव किए हैं। इस नई नीति का सबसे अधिक लाभ भारतीय मूल के युवाओं को मिलेगा, विशेषकर पंजाबी समुदाय को, जो कनाडा में रोजगार पाने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं।

कनाडा की कुल जनसंख्या लगभग 4 करोड़ है, जिसमें करीब 14 लाख लोग भारतीय मूल के हैं। इनमें बड़ी संख्या में छात्र, श्रमिक और पेशेवर शामिल हैं, जो पढ़ाई या काम के सिलसिले में कनाडा में रहते हैं। वर्क परमिट से जुड़ी इस राहतभरी नीति के लागू होने से भारतीयों को रोजगार की राह में कई अड़चनों से मुक्ति मिलेगी।

क्या है नया बदलाव?

कनाडा में वर्क परमिट पर कार्यरत प्रवासी प्रज्ज्वल ने बताया कि ये बदलाव अस्थायी सार्वजनिक नीति के तहत किए गए हैं। इसके तहत विदेशी नागरिक अब नियोक्ता बदलने के बाद या वर्क परमिट आवेदन लंबित रहने की स्थिति में भी काम करना जारी रख सकते हैं। पहले, आवेदन के निर्णय का इंतजार किए बिना नई नौकरी जॉइन करना संभव नहीं था, जिससे कई लोगों की आजीविका प्रभावित होती थी।

विशेषज्ञों की राय

इमिग्रेशन विशेषज्ञ परविंदर सिंह मोंटू के अनुसार, नई नीति के तहत वैध वर्क परमिट धारक अब नए नियोक्ता के साथ काम शुरू कर सकते हैं, बशर्ते उन्होंने इमिग्रेशन, रिफ्यूजी एंड सिटिजनशिप कनाडा (IRCC) से अनुमति प्राप्त की हो। पहले, ‘मेंटेन स्टेटस’ पर रहने वाले आवेदक वर्क परमिट की वैधता खत्म होने के बाद नई नौकरी नहीं कर सकते थे। यह बदलाव ऐसे लोगों के लिए बड़ी राहत साबित होगा।

क्लोज्ड वर्क परमिट धारकों को बड़ी राहत

नई पॉलिसी के तहत क्लोज्ड वर्क परमिट पर काम करने वाले श्रमिक भी अब नई कंपनी या पोजिशन में वर्क परमिट का निर्णय आने से पहले कार्य शुरू कर सकते हैं। इसके लिए केवल IRCC से औपचारिक अनुमति लेना पर्याप्त होगा। इसके अलावा, नए आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाते हुए अब बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट आदि) की शर्त को भी हटा दिया गया है।

किन्हें मिलेगा लाभ?

न्यू इमेज इमिग्रेशन की एमडी पूजा ने बताया कि इस नीति का लाभ उन्हें मिलेगा जो:

कनाडा में वैध टेंपरेरी रेजिडेंट स्टेटस पर रह रहे हैं,

जिन्होंने वर्क परमिट के लिए आवेदन जमा किया है,

जो नियमानुसार काम करने के योग्य हैं,

और जिनके पास वैध जॉब ऑफर है।

निष्कर्ष

यह नीति उन हजारों प्रवासी युवाओं के लिए बड़ी राहत लेकर आई है, जो कनाडा में वर्क परमिट संबंधी जटिलताओं के चलते रोजगार की अनिश्चितता का सामना कर रहे थे। इससे कनाडा की लेबर मार्केट में स्थायित्व आएगा और दक्ष श्रमिकों को बेहतर अवसर मिल सकेंगे।

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