राम मंदिर निर्माण पर विश्व हिन्दू परिषद की दो दिवसीय धर्म संसद आज से शुरू

प्रयागराज। अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण, गो, गंगा, समाजिक समरसता, सबरीमाला, धर्मांन्तरण समेत अन्य मुद्दों पर विश्व हिन्दू परिषद की दो दिवसीय धर्म संसद आज से शुरू होगी।
गौरतलब है कि बुधवार को शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के 21 फरवरी को शिलान्यास करने की घोषणा के बाद राम मंदिर निर्माण को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। हालांकि उनके तीन दिवसीय परम धर्म संसद में देश के प्रमुख शंकराचार्य, महामण्डलेश्वर व संतों की मौजूदगी काफी कम रही।
धर्म संसद में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस)के सरसंघचालक डा.मोहन भागवत बुधवार दोपहर को कुंभ मेला क्षेत्र में पहुंच चुके हैं।
धर्मसंसद में योगगुरु बाबा रामदेव, जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि, गोविन्द गिरि, स्वामी नृत्यगोपाल दास, डा. रामकमल दास वेदांती, डा. कमलदास वेन्दांति, जगद्गुरु रामभद्राचार्य, स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, महामण्डलेश्वर यतीन्द्रानन्द सरस्वती, चिदानंद मुनि, माता अमृतामयी, जैन सम्प्रदाय के संत कमल मुनि, हंसदेवाचार्य, निम्बार्काचार्य, अखाड़ों के प्रतिनिधि, महामंडलेश्वर समेत करीब पांच हजार लोग शामिल होंगे।
विहिप के सेक्टर-14 स्थित शिविर में दोपहर एक से चार बजे तक होने जा रही धर्म संसद में सबरीमाला मंदिर में यथास्थिति बनाए रखने, सामाजिक समरसता, धर्मांन्तरण आदि मुद्दे भी रखे जाएंगे।
धर्म संसद में आरएसएस के द्वय सरकार्यवाह मिलिन्द व दत्तात्रेय होसबोले, विहिप के केंद्रीय अध्यक्ष वीएस कोकजे, कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार, केंद्रीय महामंत्री संगठन विनायक राव देशपांडेय, केंद्रीय उपाध्यक्ष चम्पत राय, केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांदे, केंद्रीय संत सम्पर्क प्रमुख अशोक तिवारी, केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के संयोजक जीवेश्वर मिश्रा आदि पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे।