इस विधि करें भगवान शिव की पूजा, घर में होगी धन वर्षा

डेस्क। भगवान शिव की पूजा के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन सोमवार को माना जाता हैं। और इस दिन शिव मंदिरों में भक्तों का भारी जमावड़ा देखा जा सकता है। सारे देवों में शिव ही ऐसे देव हैं जो अपने भक्तों की भक्ति-पूजा से बहुत जल्दी ही प्रसन्न हो जाते हैं।
बिल्वपत्र भगवान के तीन नेत्रों का प्रतीक है बिल्वपत्र। अत: तीन पत्तियों वाला बिल्वपत्र शिव जी को अत्यंत प्रिय है। प्रभु आशुतोष के पूजन में अभिषेक व बिल्वपत्र का प्रथम स्थान है। ऋषियों ने कहा है कि बिल्वपत्र भोले-भंडारी को चढ़ाना एवं 1 करोड़ कन्याओं के कन्यादान का फल एक समान है। भगवान के तीन नेत्रों का प्रतीक है बिल्वपत्र।
ऐसे करें शिव पूजन
जिस दिन शिव पूजन करना चाहते हैं, उस दिन सुबह स्नान आदि नित्य कर्मों से निवृत्त होकर पवित्र हो जाएं। इसके बाद घर के मंदिर में ही या किसी शिव मंदिर जाएं. मंदिर पहुंचकर भगवान शिव के साथ माता पार्वती और नंदी को गंगाजल या पवित्र जल अर्पित करें। जल अर्पित करने के बाद शिवलिंग पर चंदन, चावल, बिल्वपत्र, आंकड़े के फूल और धतूरा चढ़ाएं।
इस मंत्र का जप करें
मन्दारमालांकलितालकायै कपालमालांकितशेखराय।
दिव्याम्बरायै च दिगम्बराय नम: शिवायै च नम: शिवाय।।
पूजा संपन्न करने के लिए भगवान शिव को घी, शक्कर का भोग लगाएं और इसके बाद धूप, दीप से आरती करें।
शिव पूजन में चढ़ने वाली चीजें
जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, ईत्र, चंदन, केसर, भांग. इन सभी चीजों को एक साथ मिलाकर या एक-एक चीज शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं।
शिवपुराण में बताया गया है कि इन चीजों से शिवलिंग को स्नान कराने पर सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
चीजें और उनसे मिलने वाले फल
-दही चढ़ाने से हमारा स्वभाव गंभीर होता है।
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शिवलिंग पर घी अर्पित करने से हमारी शक्ति बढ़ती है।
-ईत्र से स्नान करवाने से विचार पवित्र होते हैं।
– शिवजी को चंदन चढ़ाने से हमारा व्यक्तित्व आकर्षक होता है। समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है l
-केशर अर्पित करने से हमें सौम्यता प्राप्त होती है।
– भांग चढ़ाने से हमारे विकार और बुराइयां दूर होती हैं।
– शकर चढ़ाने से सुख और समृद्धि बढ़ती है।
– मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर जल चढ़ाने से हमारा स्वभाव शांत होता है। आचरण स्नेहमय होता है।
-शहद चढ़ाने से हमारी वाणी में मिठास आती है।
-दूध अर्पित करने से उत्तम स्वास्थ्य मिलता है।