प्रियंका गांधी ने कांग्रेस की नीतियों के प्रचार का दिया मंत्र , कहा- होमवर्क करें

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश कांग्रेस को नए सिरे से संवारने में जुटी प्रियंका गांधी उस समय हैरत में पड़ गई जब अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी अपनी बूथ संख्या और क्षेत्र में मतदान केंद्रों की गिनती भी नहीं बता सके।
प्रियंका गांधी ने अपने नेताओं की परीक्षा लेने के साथ उन्हें एकजुट होकर चुनाव लड़ने और कांग्रेस की नीतियों के प्रचार का मंत्र दिया। लोकसभा क्षेत्रवार प्रमुख नेताओं से मिलते हुए प्रियंका उनके मन की सुनने के साथ ही कुछ सवाल भी पूछ रही हैं।
बूथ संख्या को जानने के बाद स्थानीय समस्याएं व जातीय समीकरणों के साथ पिछले चुनाव में कांग्रेस की स्थिति के बारे में पूछताछ भी करती हैं। लखनऊ के एक बड़े नेता जब अपने बूथ के बारे में ठीक से जानकारी नहीं दे पाए तो प्रियंका ने होमवर्क ठीक करने की हिदायत दी।
बैठक की शुरुआत नमस्कार व हालचाल लेने से होती है। बहुत सहज भाव में प्रियंका यह अहसास कराती हैं कि वह नेता नहीं परिवार की सदस्य हैं। कानपुर के चंदन का कहना था कि प्रियंका से मिलकर नहीं लगा कि इतनी बड़ी नेता से मिल रहे हैं।
देर रात तक चली बैठकों में मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, उन्नाव व कौशांबी के कार्यकर्ताओं से चर्चा हुई। प्रियंका अहम सुझावों को नोट भी करती हैं और पार्टी प्रत्याशी तय होने पर एकजुट होकर जितवाने का संकल्प भी दिलवाती हैं।
सफल रोड शो से कांग्रेसजन में जगा उत्साह मंगलवार को भी नजर आ रहा था क्योंकि अब प्रियंका से मिलने की बारी थी। प्रियंका दोपहर लगभग एक बजे जयपुर से लखनऊ पहुंचीं। कांग्रेस दफ्तर में मेले जैसा माहौल रहा। प्रियंका के पहुंचते ही आसपास का इलाका जिंदाबाद के नारों से गूंज उठा।