समाज को बेहतर बनाने मे मानव जाति की सेवा में अपना योगदान

जयपुर। 18 सितम्बर को बापू नगर स्थित बहाई हाऊस मे एक बैठक का आयोजन उन युवाओं के साथ किया गया। जिन्होंने हाल ही मे पुस्तक संख्या 4 का अध्ययन 8-14 सितम्बर को उत्तर प्रदेश के शहार कलस्टर मे किया। उन मित्रों में से हमारे बीच मौजूद थे कमलेश ,कमल, दिलीप, रवि ,नरेश , हर्षित व महेन्द्र इसके अलावा सहायक मंडल सदस्य निशा कुमावत व राजेश मीणा, क्षेत्रीय संयोजक बबीता (बच्चों की कक्षा) हेमराज , बनवारी चंदवाड़ा व राज्य बहाई परिषद के सदस्य मुकेश आन्नद भी मौजुद रहे, एक मित्र रवि ने सेमिनार से उत्साहित होकर बताया कि हमे एक परिवार के यहां भ्रमण का सौभाग्य मिला कई सारी बातचीत हुई जहां उस परिवार से हम लोग बहुत प्रभावित हुए और अन्त मे जब उन्होंने हमें गले लगाया तो वह क्षण मेरे लिए बहुत ही यादगार रहा , युवा मित्रों ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया की किस प्रकार हमें निरंतर ग्रह भ्रमण करते रहना चाहिए चाहे कैसी भी परिस्थिति हो, जो योजना हमने बनाई है’ उस को पूरा किया जाना अति आवश्यक है।
पुस्तक संख्या 4 के दौरान राजस्थान के युवाओं ने वहां के युवाओं से सीखा कि हमें सेवा के लिए किसी का भी इंतजार नहीं करना चाहिए हमें स्वयं उठ खड़ा होना होगा और दिव्य प्रेरणा के देवदूत हमारी मदद अवश्य करेंगे। एक मित्र नरेश ने बताया कि हमें उम्मेदपुर भेजा गया जिन लोगों को लेकर वहां विजिट करना था। उनमें से कोई मित्र नहीं मिला लेकिन तत्काल ही किसी दूसरे क्लस्टर में जाकर 1 बच्चों की कक्षा व एक किशोरों की कक्षा की शुरुआत करवाई गई इसका मतलब यह है कि जब हम कोई कार्य करें और जब वह होता ना दिखे तो तत्काल ही हमें यह प्रार्थना करनी चाहिए और दूसरे अवसर हमें ढूंढने चाहिए हमें सफलता अवश्य प्राप्त होगी,
हर्षित चौधरी ने बताया कि जब भी हम भ्रमण पर जाएं तो उससे पहले स्वयं को तैयार करें क्योंकि हमारा सामना वहां पर लोगों से होगा इसलिए पुर्ण तैयारी के साथ ग्रह भ्रमण या शिक्षण की तैयारी करे,मित्रों ने बताया की दिव्यात्मा बाब की 200 वी वर्षगाँठ को देखते हुए पुस्तक संख्या 4 का भी अध्ययन करने कि जल्द ही योजना है ताकी युवाओं को ज्यादा से ज्याद ‘दिव्यात्मा बाब ‘ की जीवनी से अवगत कराया जाए। युवाओं ने प्लान किया कि 16 से 21 अक्टूबर तक एक पुस्तक संख्या 4 का सेमिनार का आयोजन किया जाएगा जिसमें पूरे राज्य से लोगों को आमंत्रित किया जाएगा। इसी के दौरान दिलीप ने बताया कि इस भ्रमण के दौरान हमारे उन युवा मित्रों को भी साथ लेंगे जो पहले कहीं ना कहीं गतिविधियों से जुड़े थे। एक मित्र मुकेश आनंद ने बताया की गतिविधियों को नियमित करने के लिए स्थानीय युवा दल को भी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
उक्त वार्तालाप के बाद उन मित्रों के साथ कुछ योजना तैयार की गई जो कि निम्न है ,
1-हर्षीत चौधरी ने जगतपुरा में किशोर समूह को मदद करने का आश्वासन दिया,
2- 19 सितंबर को एक टीचर गैदरिंग का आयोजन करना सुनिश्चित हुआ,
3- 20 सितंबर को स्टडी सर्कल हेतु भ्रमण निश्चित हुआ जो की जगतपुरा में विमल और नीमा व भावना के द्वारा शुरू होगा ,
4- 21 सितंबर को सांगानेर मे एनिमेटर गैदरिंग का होना निश्चित हुआ जिसमे कमलेश मदद करेंगे,
5- 25 सितंबर को गतिविधियों को लेकर गुलिस्तान का भ्रमण किया जाना सुनिश्चित हुआ ,
6- 26 सितंबर को ट्यूटर गैदरिंग सांगानेर में किया जाना निश्चित हुआ जिसमे रवि मदद करेंगे,
7- 27 सितंबर को महेंद्र सांगानेर का एक युवा है जिन्होंने बच्चों की नई कक्षा शुरू करने का आश्वासन दिया,
8- 30 सितंबर को बाल मेला जगतपुरा में आयोजित किया जाना निश्चित हुआ ,
अंत में इन सभी गतिविधियों को करने के बाद अक्टूबर माह की 1 तारीख को रिफ्लेक्शन मीटिंग का आयोजन भी तय हुआ जिसमें हम तमाम पिछले दिनों में किए गए कार्यों की समीक्षा करेंगे और आगे की नई रणनीति बनाई जाएगी इसी के साथ इस समीक्षा बैठक का अंत एक सामूहिक प्रार्थना के साथ हुआ ,उम्मीद करते हैं आने वाले समय में ऐसे ही यह युवा अपने जोश और उत्साह के साथ प्रभुधर्म की सेवा में स्वयं को समर्पित करते रहेंगे और समाज को बेहतर बनाने मे मानव जाति की सेवा में अपना योगदान देते रहेंगे |