भारतीय शेयर बाजार में ही नहीं अमेरिका-जापान में भी 660 अंकों की गिरावट
मुंबई। शेयर बाजारों में केवल भारतीय शेयर बाजार ही गिरावट का सामना नहीं कर रहे हैं, बल्कि एशियाई बाजारों के साथ ही यूरोपीय और अमेरिकी बाजारों पर भी असर पड़ा है।
अमेरिकी बाजारों की कमजोरी ने एशियाई मार्केट को हिलाकर रख दिया है। इसके कारण बाजार पर दबाव बना हुआ है। चीन में आर्थिक तंगी की संभावना को देखते हुए डाओ जोंस सूचकांक 660 अंक टूटकर बंद हुआ है।
नए साल में एशियाई और अमेरिकी व यूरोपीय शेयर बाजारों में मिलाजुला रुख नजर आ रहा है। हालांकि भारतीय शेयर बाजार में गिरावट जारी है। फिलहाल निक्केई इंडेक्स 559.27 अंक या 2.79 फीसदी की गिरावट के साथ 19455 अंक पर लाल निशान में कारोबार करता नजर आ रहा है।
एसजीएक्स निफ्टी में भी सुस्ती दिख रही है| इसमें 11 अंक या 0.1 फीसदी की मामूली बढ़त दर्ज हुई है। कोरियाई बाजार का इंडेक्स कोस्पी भी 0.67 फीसदी बढ़ा है। ताइवान इंडेक्स में भी 135 अंक या 1.4 फीसदी की गिरावट दर्ज हो चुकी है। शंघाई कम्पोजिट करीब 0.3 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है, तो शंघाई इंडेक्स में 1.81 फीसदी की बढ़त देखी जा रही है।
कंप्यूटर्स और आईपैड निर्माता कंपनी एप्पल के शेयरों में भारी गिरावट के कारण अमेरिका मार्केट में उथल-पुथल मची हुई है। गुरुवार के कारोबर में डाओ 660 अंक टूटकर बंद हुआ।
एप्पल ने चेतावनी दी थी कि ट्रेड वॉर से कारोबारी नुकसान हुआ है। चीन में कारोबार करनेवाली दूसरी कंपनियों के शेयर्स में भी गिरावट देखी जा रही है। टेक सेक्टर में भी 5 फीसदी की गिरावट दर्ज हो चुकी है।