द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीतकर ऐतिहासिक दौरे का शानदार अंत करना चाहेगा भारत
मेलबर्न। आत्मविश्वास से सराबोर भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार को तीसरे और आखिरी वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरेगी तो उसका इरादा टेस्ट सीरीज के बाद ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर पहली बार द्विपक्षीय वनडे सीरीज में भी ऐतिहासिक जीत दर्ज करने का होगा।
ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी में पहला वनडे 34 रन से जीता था, जबकि भारत ने एडिलेड में खेले गए दूसरे वनडे मैच को छह विकेट से अपने नाम किया था। इस तरह तीन मैचों की सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबर है।
भारतीय टीम वनडे प्रारूप में ऑस्ट्रेलिया में सिर्फ दो सीरीज 1985 में विश्व क्रिकेट चैंपियनशिप और 2008 में सीबी सीरीज अपने नाम करने में सफल रही है, लेकिन उसने ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर कभी भी कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं जीती है।
हालांकि, देखना होगा कि टीम प्रबंधन वनडे पदार्पण में उन पर 10 ओवर पूरे फेंकने का भरोसा जताता है या नहीं। पिछले मैच में सिराज ऐसा करने में जूझते नजर आए और कोहली इस असमंजस में थे कि उनके स्पैल के अंतिम तीन ओवर कराए जाएं या नहीं।
यदि कोहली शंकर को वनडे पदार्पण के लिए चुनते हैं तो बल्लेबाजी क्रम में बदलाव होगा और केदार जाधव के लिए भी जगह बन सकती है। ऐसे में पांचवें गेंदबाज के 10 ओवरों को शंकर और जाधव में बांटा जा सकता है। ऐसा करने पर अंबाती रायुडू या दिनेश कार्तिक में से किसी एक को बाहर बिठाया जा सकता है।
दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया की चिंता आरोन फिंच और एलेक्स कैरी की सलामी जोड़ी की असफलता है। पिछले दो मैचों में उसके मध्य क्रम को काफी काम करना पड़ा है। मेजबान टीम ने एडिलेड से दो बदलाव किए हैं। लेग स्पिनर एडम जांपा को ऑफ स्पिनर नाथन लियोन की जगह शामिल किया गया है, जो पहले दो वनडे में कोई विकेट नहीं ले पाए थे।
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अंबाती रायुडू, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धौनी, कुलदीप यादव, युजवेंद्रा सिंह चहल, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद, मुहम्मद सिराज, मुहम्मद शमी, विजय शंकर।
ऑस्ट्रेलिया (अंतिम एकादश) : आरोन फिंच (कप्तान), एलेक्स कैरी, पीटर हैंड्सकोंब, उस्मान ख्वाजा, शॉन मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, जेई रिचर्डसन, पीटर सिडन, बिली स्टेनलेक, मार्कस स्टोइनिस, एडम जांपा।