देश को 30 साल बाद मिलेगा नया राजा, जापान के सम्राट अकिहितो अपने पुत्र नारुहितो को सौंप देंगे राजगद्दी, अगली पीढ़ी में राज परिवार के पास इकलौता वारिस

डेस्क। जापान के सम्राट अकिहितो 30 साल के शासन के बाद राजगद्दी अपने पुत्र नारुहितो को सौंप देंगे। राजसत्ता के साथ ही इस देश में युग परिवर्तन भी होता है।
जापान में राज परिवार की परंपरा के अनुसार सिर्फ पुरुष ही राजा बन सकता है। इस लिहाज से देखें तो चिंता की बात यह है कि अकिहितो के नाती-पोतों में सिर्फ एक राजकुमार ही बचता है। बाकी तीन राजकुमारियां हैं।
राज परिवार में नियम यह भी है कि अगर कोई राजकुमारी किसी गैर राजपरिवार में विवाह करती है तो उसका राजपरिवार का दर्जा स्वत: छिन जाता है। सम्राट अकिहितो की एक बेटी ने बीते साल एक सरकारी अफसर से शादी की थी। इसके बाद उनका राज परिवार की सदस्य होने का दर्जा छिन गया था।
1957 में मिचिको और अकिहितो की पहली मुलाकात हुई। दो साल बाद दोनों ने शादी कर ली। दोनों ने अपने तीनों बच्चों की परवरिश परंपरा से कुछ अलग की। उन्हें महल के स्टाफ के सुपुर्द करने के बजाए आमलोगों से मिलने-जुलने और विदेश में शिक्षा का अवसर मुहैया कराया।
नारुहितो ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक किया है और थेम्स नदी पर उनका एक शोधपत्र भी प्रकाशित हुआ था। पत्नी का नाम मसाको ओवादा है। दोनों की 17 साल की एक बेटी है और उसका नाम ‘आइको’ है।
ऐसा इसलिए भी संभव है कि जब नारुहितो राजगद्दी छोड़ेंगे तब तक फुमिहितो की उम्र करीब 83 साल हो चुकी होगी। अभी उनके बेटे की उम्र सिर्फ 12 साल है और उस वक्त 42 साल का हो जाएगा। फुमिहितो की पत्नी का नाम ‘प्रिंसेस किको’ है। वैसे इस युगल की दो बेटियां भी हैं। एक का नाम प्रिंसेस माको (27) है जबकि दूसरी का नाम प्रिंसेस काको (24) है।