भारतीय राजनीति के इतिहास में अरविंद केजरीवाल ने बनाया इतिहास

अरविंद केजरीवाल आज वर्तमान में दिल्ली के मुख्यमंत्री है केजरीवाल ने अन्ना हजारे के साथ लोकपाल आंदोलन और काले धन के लिए मुहिम चलाई थी।
दिल्ली के रामलीला मैदान में उस वक्त अन्ना हजारे के साथ अरविंद केजरीवाल उस अनशन में शामिल थे केजरीवाल उस वक्त भारत की राजनीति में लोगों के सामने आए।
आंदोलन के बाद 2012 में आम आदमी पार्टी के नाम से केजरीवाल ने पार्टी बनाई। दिल्ली में लोगों ने उन्हें सरकार के रूप में चुना दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। आम आदमी के रूप में राजनीति की शुरुआत की और आम आदमी रहते हुए उन्होंने काम किया अरविंद केजरीवाल ने लोगो के साथ मिलकर कई अभियान शुरू किये।
संसद में 2005 में आरटीआई से जागरूकता फैलाने के लिए इस अभियान की शुरुआत करने के लिए अरविंद केजरीवाल को अपने संस्थान के माध्यम से एक आरटीआई पुरस्कार भी मिला था।
आरटीआई का फायदा आम लोगों और गरीब लोगों को मिले अरविंद केजरीवाल ने भारतीय राजनीति के रूप को ही बदल दिया एक आम आदमी नेता के रूप में बहुत बड़े नेता बन कर उभरे।
भारतीय राजनीति के इतिहास में अरविंद केजरीवाल ने भी इतिहास बनाया है और साथ ही इतिहास दोहराया है अन्ना हजारे के आंदोलन के अरविंद केजरीवाल लोगों के सामने आए और उस वक्त मौजूदा भारत में कांग्रेस पर कई तरह के आरोप प्रत्यारोप लगे थे।
कई अहम मुद्दों को लेकर केजरीवाल ने सफर को शुरू किया और 2012 के चुनाव में दिल्ली की विधानसभा पर भारतीय राजनीति में एक इतिहास बनाया।
दिल्ली की जनता के लिए जो वादे किए थे उन वादों को भी निभाया है और आज भी अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में ऐसे कई प्रोग्राम और कई कार्य कर रहे है वह गरीब और आम लोगों के लिए ऐसी कई योजनाएं चलाई है जिसे हर घर को हर गरीब हर आम आदमी को फायदा हो।